मुझे हिंदी बोलने में दिक़्क़त होती है और न भोजपुरी आती है, न कैथी लिपि ही, जिसमें सारे दस्तावेज़ हैं. इसे जानने वाले सहयोगी चाहिए. - महात्मा गांधी की डायरी, 14 अप्रैल 1917, चंपारण के रास्ते में कैथी जानने वाले केवल बापू को नहीं चाहिए थे, आज 105 साल बाद हमें भी ...
from Latest News देश News18 हिंदी https://ift.tt/JWMoic2
via IFTTT
No comments:
Post a Comment