Prime Minister Narendra: इस बार स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी 2014 के बाद से विभिन्न क्षेत्रों में हुए विकास की रुपरेखा सबके सामने रख सकते हैं और आने वाले वर्षों के लिए अपने दृष्टिकोण को रेखांकित कर सकते हैं. जैसा कि उन्होंने पिछले संबोधनों में भी किया है. प्रधानमंत्री के संबोधनों के राजनीतिक निहितार्थ भी निकाले जाते रहे हैं, ऐसे में कहा जा रहा है कि इस बार के उनके संबोधन में भी आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कोई न कोई राजनीतिक संदेश भी हो सकता है.
from Latest News देश News18 हिंदी https://ift.tt/5px1lhn
via IFTTT
No comments:
Post a Comment